सेंट्रल बैंक ने सस्ता किया होम और ऑटो लोन, MCLR में 0.05 फीसदी तक की कटौती
Central Bank ने कहा है कि एक साल के एमसीएलआर (MLCR) 7.15 फीसदी से कम कर 7.10 फीसदी कर दिया है.
Central Bank of India ने ब्याज दरों में कटौती का फैसला किया है. बैंक ने सीमांत लागत आधारित ब्याज दर ( MCLR) 0.05 फीसदी घटा दी है. यह कटौती सभी तरह के कर्ज के लिए की गई है. नई ब्याज दरें मंगलवार, 16 सितंबर से लागू होंगी. (Image-PTI)
Central Bank of India ने ब्याज दरों में कटौती का फैसला किया है. बैंक ने सीमांत लागत आधारित ब्याज दर ( MCLR) 0.05 फीसदी घटा दी है. यह कटौती सभी तरह के कर्ज के लिए की गई है. नई ब्याज दरें मंगलवार, 16 सितंबर से लागू होंगी. (Image-PTI)
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India) ने ब्याज दरों में कटौती का फैसला किया है. बैंक ने सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स- MCLR) 0.05 फीसदी घटा दी है. यह कटौती सभी तरह के कर्ज के लिए की गई है. नई ब्याज दरें मंगलवार, 16 सितंबर से लागू होंगी.
जानकारी के मुताबिक, बैंक ने कहा है कि एक साल के एमसीएलआर (MLCR) 7.15 फीसदी से कम कर 7.10 फीसदी कर दिया है.
एक दिन और एक महीने की एमसीएलआर कम होकर अब 6.55 फीसदी हो गई है जो पहले 6.60 फीसदी थी. बैंक ने तीन महीने और छह महीने की अवधि वाली एमसीएलआर भी कटौती की है.
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सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से पहले पिछले सप्ताह यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ( 0.05 प्रतिशत), इंडियन ओवरसीज बैंक (0.10 प्रतिशत) और बैंक आफ महाराष्ट्र ( 0.10 प्रतिशत) ने भी एमसीएलआर में कटौती की थी.
एमएलसीआर की गणना
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) भारतीय रिजर्व बैंक का एक सिस्टम है जो कॉमर्शियल बैंक द्वारा ऋण ब्याज दर तय करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. बैंक से कर्ज लेने पर ब्याज की दर तय करने के लिए अप्रैल, 2016 में आरबीआई ने एमसीएलआर की शुरुआत की थी. MCLR की वजह से लोगों को बैंकों से लोन लेना आसान हो गया है.
जब कोई आदमी किसी बैंक से कर्ज लेता है तो बैंक द्वारा लिए जाने वाले ब्याज की न्यूनतम दर को आधार दर कहा जाता है. आधार दर से कम दर पर बैंक किसी को लोन नहीं दे सकता. इसी आधार दर की जगह पर अब MCLR का इस्तेमाल किया जाता है.
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MCLR की गणना कर्ज की राशि की सीमांत लागत, प्रीमियम, ऑपरेशन खर्च और नकदी भंडार अनुपात को बनाए रखने की लागत के आधार पर की जाती है. इस गणना के आधार पर लोन दिया जाता है. MCLR आधार दर से सस्ता होता है. इस वजह से होम, ऑटो समेत तमाम तरह के लोन काफी सस्ते हुए हैं.
09:20 PM IST